बिसात शतरंज की…
आओ बिछाएँ आज
बिसात फिर शतरंज की
तुम्हारी जिद्द, मेरी ख़ामोशी
चलो देखें
तुम जीते
याँ मैं हारी
शैल
July 16, 2017
आओ बिछाएँ आज
बिसात फिर शतरंज की
तुम्हारी जिद्द, मेरी ख़ामोशी
चलो देखें
तुम जीते
याँ मैं हारी
शैल
July 16, 2017